जब बार- बार फोन करने पर भी
जब जबाब नही आता
और तुम फ़ोन नही उठाते
सोचा है कभी तुमने मेरे दिल पे
क्या गुजरती है, नही सोचा होगा।
हम तो तुम्हे बार बार माफ़ कर देते है
तुम्हे लगता तो होगा कि मैं पागल हूँ।
जो बार बार माफ़ कर देती हूँ,है न
मेरे मैसेज को तक नही देखते हो
सोचा है क्या बीतती होगी मेरे दिल पे
नहीं सोचा होगा है, न क्यों ?सोचोगे भला
तुम तो मनमोजी हो ,क्या करना कोई मरे तो मरे
तुम्हे तो खुद से ही फुर्सत नही मिलती है ,न
जब भी चाहा तुमसे बात कर लूं ,
थोड़ी देर से बात करेंगे कह देना और
मोबाइल में घुस जाना यही तो करते हो
हर बार बहाने करते हो कभी सोचा है
तुमने मेरे दिल पे क्या बीतती होगी
नहीं सोचा होगा है ,न
अपने शरीर की आग बुझाने के लिए
में तुम्हारी हूँ ,तुम मुझसे प्यार करते हो
ये कह देना और काम निकल जाये तो
जा अब अपना काम कर ये कह कर
तनहा छोड़कर चले जाना ,
तुम्हारी नजरों में सही है ,है न
मेरा तो कुछ भी नही है फिर क्या सही है
वक्त मिले तो कभी सोच लेना।
मुझसे झूठा ही सही कभी तो मेरा भी हाल पूछ लेना।
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